Posts

Showing posts with the label AROOZ

DOHA

DOHA   

ज़िहाफ़: तय्य (طیی)

                      ज़िहाफ़: तय्य (طیی)                                               तय्य (طیی) उस ज़िहाफ़ को कहते हैं जो रुक्न कै चौथे स्थान के हर्फ़े साकिन को गिराने के लिये लगाया जाता है चौथे स्थान पर साकिन उन अरकान में आता है जिनके प्रारम्भ में दो असबाबे ख़फ़ीफ़ लगातार आते हैं।जैसे :- मस तफ़ इ लुन(مستفعلن) में मस(مس)और तफ़(تف) लगातार दो असबाबे ख़फ़ीफ़ आ रहे हैं तो ऐसी सूरत में तफ़ (تف) के फ़े(ف) को गिराने का काम करेगा।      निम्नलिखित अरकान के प्रारम्भ में दो असबाबे ख़फ़ीफ़ लगातार आते हैं :- मस तफ़ इ लुन(مستفعلن) मफ़ ऊ ला तु(مفعولات)    अगर रुक्न  मस तफ़ इ लुन(مستفعلن) के दूसरे सबबे  ख़फ़ीफ़ के तफ़ (تف) में से फ़े(ف) को गिरा दें तो शेष बचता है मस त इ लुन [2112] (مستعلن)इसे मुफ़ त इ लुन [2112](مفتعلن)से बदल लिया।    अगर रुक्न मफ़ ऊ ला तु(مفعولات)के दूसरे सबबे  ख़फ़ीफ़ के ऊ(عو)के वाव(و) को गिरा दें तो शेष बचता है मफ़ इ ला तु[2121](مفعلات) इसे फ़ा इ ला तु[2121](فاعلات) से बदल लिया।     मुज़ाहिफ़ को मुतव्वी(مطووی) कहते हैं।   नोट-फ़ा इ ला तु[2121](فاعلات)में तु(ت)मुतहर्रिक है।

ज़िहाफ़= ख़ब्न (خبن)

                   ज़िहाफ़=  ख़ब्न (خبن)      ख़ब्न उस ज़िहाफ़ को कहते हैं जो रुक्न के पहले सबबे ख़फ़ीफ़ के साकिन को गिराता है।    निम्नलिखित अरकान में सबबे ख़फ़ीफ़ पहले आता है:-                                                                  (1) فاعلن(फ़ा इ लुन)[ 212]                                              (2)فاعلاتن(फ़ा इ ला तुन)[ 2122]                                    (3)مستفعلن(मस तफ़ इ लुन)[ 2212]                 (4)مفعولات(मफ़ ऊ ला तु)[ 2212]                                                                      فاعلن(फ़ा इ लुन)के فا (फ़ा) में से हम ا (अलिफ़) गिरा दें तो शेष बचता है ف (फ़े) तो हमें नया रुक्न प्राप्त हुआ فعلن (फ़इलुन) यानि हमने रुक्न के पहले सबबे ख़फ़ीफ़ का साकिन गिरा दिया है।     और यह साकिन  रुक्न के दूसरे स्थान पर आता है इसे हम निम्नलिखित उद्हारण से  समझ सकते हैं  रुक्न فاعلن (फ़ा इ लुन)में :-                                                                   ف (फ़े)पहले स्थान पर है     (मुतहर्रिक़ )                                    ا(अलिफ़)दूसरे स्थान पर है   (